Manu Bhaker Biography : भारत की आन बान शान मनु भाकर ने एक बार फिरसे भारत का नाम पेरिस ओलंपिक्स में रौशन कर दिया है आपको बतादे की मनु भाकर ने भारत के लिए ओलिंपिक में दूसरा पदक जीत लिया है, मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग की मिक्स्ड टीम इवेंट में कांश्य पदक जीत लिया है इस इवेंट में उनके जोड़ीदार सरबजोत सिंह थे और इससे कुछ दिन पहले ही मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग के महिला वर्ग में भी कांश्य पदक जीता था जिसके बाद वह शूटिंग इवेंट में ओलिंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बानी थी वही 30 जुलाई मंगलवार को मिक्स्ड इवेंट में पदक जीतकर एक बार फिरसे इतिहास के पन्नो में अपना नाम दर्ज़ कर लिया है, मनु भाकर ने एक ही ओलिंपिक में एक से ज्यादा पदक जीत लिया है जो की आजतक किसी भारतीय एथलीट ने नहीं किया था. मनु की आज इस सफलता की कहानी भी बेहद उतार चढ़ाओ से भरी हुई है, तो आईये जानते है मनु भाकर के जीवन परिचय।
मनु भाकर का जीवन परिचय और सफलता की कहानी
भारत की शान मनु भाकर ने पेरिस ओलिंपिक में भारत के लिए दो मेडल जीत कर इतिहास रच दिया है क्युकी इससे पहले किसी भी भारतीय एथलिट ने ओलंपिक्स में दो मेडल नहीं जीते है, मनु भाकर का जन्म हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव में 18 फरवरी, 2002 को हुआ था, मनु बचपन से स्केटिंग मुक्केबाज़ी, एथलेटिक्स और जूडो कराटे भी खेलती थीं हालाँकि 14 साल की उम्र में उन्होंने शूटिंग करने का फैसला किया और अपने पिता को शूटिंग बन्दूक लाने को कहा जिसमे उनके पिता ने उन्हें सपोर्ट किया और उन्हें बन्दूक लाकर दी जिसके बदौलत आज मनु एक ओलिंपियन है।
मनु के पिता राम किशन भाकर जो की एक मरीन इंजीनियर और उनकी माँ स्कूल की प्रिंसिपल है। मनु की ऊँची उड़ान में उनके पिता का योगदान रहा है क्युकी उनके पिता ने बेटी के लिए अपनी नौकरी को त्याग दिया और रोजाना प्रशिक्षण केंद्र तक छोड़ने और लाने की जिम्मेदारी भी संभाली।
नाम | मनु भाकर |
जन्म तिथि | 18 फरवरी, 2002 |
जन्म स्थान | हरियाणा, झज्जर, गोरिया गांव |
पिता का नाम | राम किशन भाकर |
माता का नाम | सुमेधा भाकर |
मनु भाकर का खेल जीवन और उपलब्धियां
यू तो मनु का खेल जीवन काफी उतार चढ़ाओ भरा है लेकिन इन्होने कभी मेहनत करने में कंजूसी नहीं की और लगन से मेहनत करती रहीं जिसका फल उन्हें आज देश की शान बना दिया है मनु भाकर ने साल 2017 में होने वाला राष्ट्रीय प्रतियोगिता जो की केरल में खेला जा रहा था उसमे मनु ने नौ स्वर्ण पदक जीता और नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम किया था इसी साल एशियाई जूनियर चैंपियनशिंप में मनु ने रजत पदक भी जीता। इसके अलावा साल 2018 के अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स शूटिंग वर्ल्ड कप में मनु भाकर ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया था जो की सबसे कम उम्र में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय एथलीट बानी थी।
इसी साल 2018 में ही मनु ने आईएसएसएफ जूनियर विश्वकप में दो बार स्वर्ण पदक जीता था। और तो और राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने सिर्फ 16 साल की उम्र में ही 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल भी जीता था। इसके अलावा उन्होंने म्यूनिख आईएसएसएफ में चौथे स्थान पर रही और साथ ही उन्होंने टोक्यो ओलंपिक के लिए भी क्वालिफाई किया था।
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मनु भाकर का एजुकेशन क्वालिफिकेशन
मनु की उम्र अभी 22 साल की है और उन्होंने अपनी स्कूल और कॉलेज की पढाई दिल्ली से की है, साल 2021 में मनु ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्री राम कॉलेज से पोलिटिकल साइंस ऑनर की डिग्री ली है, मनु भाकर अभी भी पढाई कर रही है और अभी वह पंजाब यूनिवर्सिटी से पब्लिक अड्मिनिट्रेशन की पढाई कर रही है।
मनु भाकर का पेरिस ओलंपिक में प्रदर्शन
मनु का प्रदर्शन पेरिस ओलिंपिक में अबतक बोहोत शानदार रहा है, अबतक उन्होंने भारत के लिए 2 मेडल जीत कर दिए है जिसमे पहला वाला 10 मीटर वर्ग में कांस्य पदक जीता और भारत का पेरिस ओलिंपिक में खाता भी खोला।
इसके अलावा उन्होंने डबल मिक्स में भी कांस्य पदक को जीता और अब 1 अगस्त को होने वाले मैच में भी हिस्सा लेंगी और उनके पास एक और मौका रहेगा अपने पदक को गोल्ड और सिल्वर में बदलने का।